मेरे पिता एक आदर्श पिता है | मैं उनसे बहुत प्यार करता हूँ | वो एक नेक ख्यालो वाले इंसान है | वो मेरी प्रेरणा है | मेरे पिता में वो सारी योग्यताये है जो उन्हें श्रेष्ठ बनातीं है | वे मेरे लिए केवल एक पिता ही नहीं मेरे सबसे अच्छे दोस्त भी है , जो मुझे बुरी बातो का आभास कराकर मुझे आगाह करते है |मेरे पिता जी मुझे हार न मानने और आगे बढ़ने की हमेशा सीख देते है , जिससे मेरा हौसला बढ़ता है | पिता से अच्छा मार्गदर्शक और कोई नहीं होता है | हर संतान अपने पिता से ही सारे गुण सीखता है जो उसे जीवन भर की परिस्थियो से सामना करने में सहायक होते है |
पिता जी का सबसे महत्वपूर्ण गुण है की वो हर काम बड़े ही धैर्य पूर्वक करते है जिसके कारण उनका हर काम सफलता पूर्वक संपन्न हो जाता है | वो हर परस्थिति में शांति पूर्वक तथा सोच विचार कर कार्य करते है |
मैंने पिता जी से सीखा है की चाहे कुछ भी हो जाये परन्तु अपने आपसे नियंत्रण नहीं खोना चाहिए |वो कभी भी मुझपर या माँ पर बेवजह या छोटी छोटी बातो पर गुस्सा नहीं करते है |
पिता जी घर के सभी कार्यो तथा परिवार के स्वाथ्य को लेकर काफी गंभीर रहते है | वो घर की छोटी -2 बातो को नजर अंदाज नहीं करते है , बाकि हर बात को गंभीरता से लेकर हमें उसका महत्त्व समझाते है | पिता जी कभी भी अपनी कोई तकलीफ नहीं बताते है बाकि हमारी सारी जरूरते और तकलीफ का पूरा ध्यान रखते है | इन्ही सब वजहों से उनकी महानता बढ़ जाती है और उन्हें दुनिया से अलग बनाती है | पिता की तुलना ईश्वर से की गयी है क्यूंकि वो अपनी संतान को सुख देने के लिए अपने सुख भुला देते है | वो दिन रात मेहनत करके अपनी संतान को वो सभी सुविधाएं देना चाहते है जो उन्हें नहीं मिली |
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