जो बच्चे ठीक से नहीं पढ़ पाते उनकी मदद कैसे करें

जो बच्चे ठीक से नहीं पढ़ पाते उनकी मदद कैसे करें 

जो बच्चे ठीक से नहीं पढ़ पाते उनकी मदद कैसे करें

जो बच्चे ठीक से नहीं पढ़ पाते उनकी मदद कैसे करें 


एक अध्यापक होने के नाते कक्षा मे  छात्र ठीक से नहीं पढ़ पाते उनकी सहायता करना आपके लिए खास चुनौती की तरह लगता है खासतौर पर जिस शिक्षा प्रणाली के तहत छात्र के लिखने और पढ़ने की क्षमता के आधार पर उसकी योग्यता का आकलन किया जाता है । ऐसे में शिक्षक का दायित्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है । नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं जिन्हें आजमाकर छात्रों के बीच में संतुलन कायम करने की कोशिश की जा सकती है ।

जो लिखे उसे बोले भी 

जब छात्रों को कोई काम दे तो उन्हें लिखित रूप में कार्य करते देखते हुए मौखिक रूप से उसे पढ़ने की हिदायत देना ना भूलें | यह पूरी तरह से स्पष्ट कर दे कि अगर कोई छात्र को समझने में परेशानी हो रही है तो आप अपनी बात को दोहराने के लिए तैयार है | इसलिए वह भी लगन से उस में पढ़ाई करें और जो भी लिखे उसे बोल बोल कर पढ़ें |

पता लगाएं कि कैसे इस छात्र को मदद की जरूरत है 

कक्षा में ऐसे छात्रों की पहचान करें जिन्हें लिखते समय कठिनाई का सामना करना पड़ता है | ऐसे छात्रों के लिए विशेषज्ञों की सहायता मुहैया करवाने का प्रयास भी करें |

अपनी भाषा का खास ध्यान रखें 

रिटर्न वर्क या फिर गाइडलाइंस देते समय आप जितना संभव हो सके छोटे-छोटे वाक्य का प्रयोग करें । ताकि बच्चों को उसे समझने में आसानी हो । कई बार बहुत लंबे लंबे और कठिन दिशा निर्देश को ना समझ पाने के कारण बच्चों को लिखने की समस्या का सामना करना पड़ता है । किसी भी विषय से संबंधित शब्दावली का प्रयोग करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि हर एक छात्र को आपकी बात समझ में आए उन्हें किसी तरह की घटनाएं ना हो ।

पढ़ने की दक्षता पर आकलन की पद्धति को निर्भर ना करें 

आकलन की पद्धति को बीच-बीच में बदलते रहे । इसलिए क्योंकि केवल लिखने की दक्षता पर ही छात्रों की सफलता निर्भर नहीं रह जाएगी । आप कक्षा में मौखिक सवाल-जवाब का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे छात्रों की योग्यता का पता चल सके । और आप उनकी योग्यता का आकलन भी कर पाएंगे  ।

कुछ ऐसे कामों का प्रयोग करें जिसके लिए लिखने की क्षमता महत्वपूर्ण ना हो 

कक्षा में छात्रों को ऐसे काम और अभ्यास दें जिसके लिए उन्हें लिखने की क्षमता पर निर्भर ना रहना पड़े । और अगर आपको ऐसी जरूरत लगे तो लिखने की समस्या से जो छात्र जूझ रहे हैं उन छात्र विशेष को सराहे और उनकी उनका उत्साह बढ़ाने की कोशिश करें ।

छात्र के आत्मविश्वास को मजबूत बनाने में मदद करें 

लिखने की समस्या का सामना करने वाले छात्र के मन में इस तरह का विचार नहीं पनपने दें कि वह मानसिक रूप से कमजोर है । और अयोग्य हैं । हमेशा यह ध्यान रखें कि यह महज बौद्धिक दक्षता का एक क्षेत्र है जिसमें वह पिछड़े हुए हैं  । और दूसरे क्षेत्रों में उनके पास विशेष प्रतिभा हो सकती है ।

कक्षा में छात्रों के उच्चारण के मामले में भी सहायता करें 

जिन छात्रों को लिखने की समस्या होती है उन्हें ज्यादातर उच्चारण की समस्या का भी सामना करना पड़ता है । इसलिए आपको कक्षा में ऐसी शब्दावली का चयन करना पड़ेगा जिसकी सहायता से छात्र ठीक से उच्चारण कर सकें । और लिखे हुए शब्दों को ठीक से बोल पाए ।

आत्मविश्वास और प्रेरणा पाने के लिए छात्रों की मदद करें 

लिखे हुए शब्दों को समझने में जिन छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता है । उनके साथ अतिरिक्त समय गुजारे  ।कई बार उन्हें अतिरिक्त कठिनाइयों से उभरने के लिए प्रोत्साहन और आत्मविश्वास की जरूरत होती है जो आप उनके साथ समय बिता कर उनका कर सकते हैं ।

शब्दों की व्याख्या करने के लिए हमेशा तत्पर रहें 

लंबे वाक्य दिशानिर्देशों को सरल वाक्यों को में समझाने के लिए हमेशा अपने वाक्य की शुरुआत इसका असली अर्थ यह है कि से करें और छात्रों को अलग अलग अर्थों के बीच तुलना करने के लिए प्रोत्साहित भी करें  ।

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