क्रिकेट क्रिकेट जब चढ़ा बुखार
मन में आया एक विचारक्यों ना मैं एक टीम बनाऊ
पहला ही कप जीत के लाऊ
मैं ही कप्तान बनूँगा
बैटिंग पहले मैं ही लूंगा
मेरे हाँथ में बैट जो आया
अपने मित्र को मजा चखाया |
आखरी गेंद जो मित्र ने फेंकी
क्रिकेट - A Funny Hindi Poem |
क्रीज छोड़कर मैंने मारा
दर गया मेरा मित्र बेचारा |
गेंद लगी खिड़की से जाकर
शीशा चूर हुआ टकराकर
लेकर डंडा मम्मी आई
सबसे छुपकर जान बचाई |
पड़ गए डंडे मुझ पर चार
उतर गया क्रिकेट का बुखार
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