बोल सको तो मीठा बोलो ,
कटु बोलना मत सीखो |
लगा सको तो बाग़ लगाओ ,
आग लगाना मत सीखो |
जला सको तो दीप जलाओ ,
दिल को जलना मत सीखो |
बिछा सको तो फूल बिछाओ ,
शूल बिछाना मत सीखो |
मिटा सको तो अहम् मिटाओ ,
प्रेम मिटाना मत सीखो |
बता सको तो सुपथ बताओ ,
पथ भटकाना मत सीखो |
दुनियाँ एक कसौटी है ,
इस पर खुद को कसकर देख |
अपने घर का मंज़र देख ,
फिर दुनियाँ के अंदर देख |
सबसे है महफ़ूज जगह ,
अपने अंदर छिप कर देख |
Written by Gulshan jagga
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