निमंत्रण और आमंत्रण में अंतर -
आमंत्रण-
जब कभी भी कोई सामाजिक कार्यक्रम या सामूहिक कार्यक्रम आयोजित होता है और उसके लिए बुलाया जाना आमंत्रण कहलाता है |उदहारण के तौर पर कवी सम्मलेन या कोई जागरण इत्यादि |आमंत्रण में लोगो कि इच्छा पर निर्भर होता है वो आये या ना आये | इसमें आपका आना कोई आवश्यक नहीं होता है |
निमंत्रण-
निमंत्रण का अर्थ भी बुलाना ही होता है परन्तु निमंत्रण में आप किसी विशेष व्यक्ति को विशेष घर के कार्यक्रम में सत्कार सहित बुलाते है |निमंत्रण का अर्थ भी बुलाना ही होता है परन्तु निमंत्रण में आप किसी विशेष व्यक्ति को विशेष घर के कार्यक्रम में सत्कार सहित बुलाते है |उदहारण के तौर पर विवाह , जन्मदिन जैसे कार्यो में अपने प्रियजनों को बुलाने के लिए निमंत्रण का उपयोग होता है |
निमंत्रण और आमंत्रण में अंतर-
1) आमंत्रण में व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करता है की वो आना चाहता है या नहीं परन्तु निमंत्रण में अनिवार्यता झलकती है |
2) आमंत्रण सामाजिक कार्यक्रमो अथवा सामूहिक कार्क्रमों में बुलावे के लिए प्रयोग किया जाता है जबकि निमंत्रण का प्रयोग किसी विशेष कार्यक्रम में बुलावे के लिए होता है |
3) आमंत्रण पर भोजन की व्यवस्था की आवश्यकता नहीं होती है जबकि निमंत्रण में भोजन आदि की व्यवस्था होती है |
4) निमंत्रण में खास और अपने प्रियजनों को ही बुलाया जाता है जबकि आमंत्रण में हम समाज के या समुदाय के लोगो को बुलाते है |
5) निमंत्रण के लिए किसी पत्र या सन्देश वाहक की आवश्यकता होती है जबकि आमंत्रण में नहीं होती है |
6) निमंत्रण एक औपचारिक (Formal) बुलावा है और आमंत्रण एक अनौपचारिक (Informal) बुलावा है |
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