आखिर क्या है जेनेवा कन्वेंशन जिसकी बहुत ज्यादा चर्चा हो रही है

आखिर क्या है जेनेवा कन्वेंशन जिसकी बहुत ज्यादा चर्चा हो रही है

आखिर क्या है जेनेवा कन्वेंशन जिसकी बहुत ज्यादा चर्चा हो रही है

आखिर क्या है जेनेवा कन्वेंशन जिसकी बहुत ज्यादा चर्चा हो रही है


अभी हाल ही के दिनों में आप ने जेनेवा कन्वेंशन के बारे में बहुत ज्यादा सुना होगा यह चर्चा तब शुरू हुई जब हमारे एयर विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान पाकिस्तान में जा गिरे थे । और उन्हें जिनेवा कन्वेंशन के तहत भारत वापस लाया गया ।

जेनेवा कन्वेंशन या जेनेवा समझौता क्या है 

जेनेवा समझौते के अंतर्गत युद्ध में घायल हुए लोगों की दशा में सुधार लाने के लिए प्रोविजन बनाए गए हैं । इसके अंतर्गत सभी सैनिकों के लिए निष्पक्ष घायल सैनिकों के लिए इलाज की व्यवस्था की जाएगी । घायलों की सेवा की जाएगी । 

पहला जेनेवा समझौता 1864 में हुआ था । उसके बाद दूसरा जिनेवा समझौता 1996 में संशोधित किया गया और इसे बढ़ाया गया । इसके बाद तीसरा जिनेवा समझौता 1929 में किया गया जिसके अंतर्गत यह प्रोविजन किया गया कि शत्रु देश युद्ध बंदियों के साथ मानवीय व्यवहार करेंगे और उनको डरायेगे नही । उसके बाद चौथा जिनीवा समझा समझौता 1949 में हुआ ।
  1. जेनेवा समझौता 1 :- युद्ध में घायल हुए बीमार सैनिकों की स्थिति में सुधार लाने के लिए किया गया था ।
  2. जिनेवा समझौता 2 :-  समुद्र में घायल हुए बीमार और पीड़ित सैनिक सदस्यों के लिए यह समझौता किया गया था ।
  3. जेनेवा समझौता 3 :- युद्ध में बंदी बना लिए गए सैनिकों के लिए किया गया था ।
  4. जेनेवा समझौता 4 :- युद्ध के समय देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए किया गया था ।
जिनेवा कन्वेंशन के तहत किसी भी युद्ध में बंदी के साथ अमानवीय व्यवहार नहीं किया जा सकता । ना ही उसे डराया जा सकता है और ना ही उसे धमकाया जा सकता है । जैसे कि मैंने आपको ऊपर बताया कि चार समझौते हुए हैं और इसके तहत तीन प्रोटोकोल भी शामिल होते हैं । जिनेवा कन्वेंशन का पहला मकसद यही है कि युद्ध के समय मानवीय मूल्यों को ध्यान में रखा जाए और कानून को बनाया जाए । इन समझौतों में युद्ध क्षेत्र में जितने भी सैनिक घायल होते हैं उनकी उचित देखरेख की बात कही गई है । और आम जनता की सुरक्षा की बात कही गई है इस समझौते में साफ तौर पर कहा गया है कि युद्ध के दौरान जितने भी सैनिक घायल होते हैं उनका सही तरीके से उपचार किया जाना चाहिए ।

जिनेवा कन्वेंशन या जिनेवा समझौता के नियम 

  1. युद्ध करते हुए घायल हुए सैनिक का अच्छे तरीके से इलाज किया जाना चाहिए ।
  2. युद्ध के समय बंदी बना लिए गए सैनिकों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाना चाहिए किसी भी तरह की बर्बरता नहीं होनी चाहिए ।
  3. युद्ध बंदियों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए ।
  4. सैनिकों को हर तरह की कानूनी सुविधा मुहैया कराना जरूरी होगी ।
  5. युद्ध में बंदी बनाए गए सैनिक को डराया धमकाया नहीं जाएगा और ना ही उन्हें किसी तरह से अपमानित किया जाएगा ।
  6. किसी भी युद्ध में बंदी बनाए गए सैनिक पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता ।
  7. और युद्ध खत्म होने के बाद युद्ध में बंदी बनाए गए सैनिक को वापस लौट आना होता है।
  8. युद्ध में बंदी बनाए गए सैनिक से सिर्फ उनका नाम उनका सैनिक पद उनका नंबर और यूनिट के बारे में ही पूछा जा सकता है । उससे ज्यादा उस पर दबाव नहीं बनाया जा सकता।
  9. और इस समझौते के अनुसार युद्ध में बंदी बनाए गए सैनिक को खाने-पीने की सभी जरूरतें मुहैया करानी होंगी ।

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