बच्चों की ऊर्जा-एक सोच ||A thought

जब हम शाम को थके हारे अपने घर पहुंचते है तो बच्चो के बीच थोड़ा समय गुजारने से हमारी सारी थकावट दूर हो जाती है | जानते है क्यों ? आज हम आपको यह राज़ की बात बताते है |


     आपने स्वयं यह अनुभव किया होगा की थोड़ी देर आप किसी सुखी व्यक्ति का दुखड़ा सुन ले , तो वहाँ से आकर आप स्वयं दुखी महसूस करेंगे | इसी प्रकार यदि हम किसी खुश इंसान के बीच थोड़ी देर बैठे तो उसकी कुछ ख़ुशी हमारे पास भी आएगी | अर्थात हम जिस प्रकार के व्यक्ति के पास बैठते है , उसकी मानसिक स्थति का हम पर प्रत्यक्ष असर होता है |

      इसी प्रकार , ये छोटे - छोटे बच्चे ऊर्जा से परिपूर्ण होते हैं और सारा दिन थकते नहीं हैं | यदि हम इनके बीच थोड़ा सा समय बिताए तो ऊर्जा स्थानांतरण के नियम के अनुसार इनकी ऊर्जा हमें मिल जाती हैं और हम तरोताज़ा महसूस करते हैं |

यदि आप सारा दिन ऊर्जा से परिपूर्ण रहना चाहते है तो -

#सुबह जल्दी उठकर ईश्वर में ध्यान लगाए , ध्यान द्वारा सीधे अंतरिक्ष से ऊर्जा प्राप्त होती है |

#सकारात्मक सोच , "मेरा यह कार्य बिलकुल ठीक होगा" के साथ कार्य प्रारम्भ करे |

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