मेरा अस्तित्व -A Motivational Story



आज मधु जब बाहर सामान लेने गयी तो उसे अपनी प्यारी सहेली दिखी , अपने एक नए  ही अंदाज में दिखी रमा | उसकी आँखों में चमक थी टिप - टॉप साड़ी सुन्दर सा जुड़ा, चेहरे पर क्रीम फाउंडेशन, सलीके से लगा काजल और होठो पर गहरी लाल लिपस्टिक बिलकुल परी जैसी लग रही थी रमा और इसके विपरीत मधु थी , उलझे हुए बाल बिना प्रेस की साड़ी फटे हुए गाल सूखे होंठ | रमा को देखकर उसे अपने आप पर सर्मिंदगी महसूस हुई | फिर अपने आप को सम्हालते हुए वो रमा से गले मिली और साथ ही पुरानी बाते करने में इतना खो गयी की उसे टाइम का पता ही नई चला | मधु अचानक से घडी देखते हुए बोली - " यार टाइम का पता नहीं लगा बातो में कल आ जा दिन में मेरे घर मिलकर ढेर सारी बात करेंगे |" इस पर रमा बोली - "यार कल तो ऑफिस है संडे में मिलते है , फिर खूब  एन्जॉय करेंगे |"



        मधु  घर और बच्चो को सम्हालने में इतनी व्यस्त रही की उसने अपनी तरफ कभी  ध्यान ही नहीं दिया | न ही अपनी सेहत का और न ही अपनी ज़िन्दगी अपनी पहचान की तरफ | आज वो पीछे मुड़ कर देखती है तो उसे अपना कोई अस्तित्व नजर नहीं आता है शादी के बाद घर की जिम्मेदारी सास - ससुर की देखभाल | ससुर जी की उम्र ज्यादा थी और अकेली बहु होने की वजह से सब कुछ उसे ही देखना पड़ता था फिर बच्चो की देख रेख में लग गयी | धीरे धीरे वो अपने आपको भूल ही गयी , नौकरी करने का तो उसने कभी सोचा भी नहीं | अब तो वो अपने लिए कुछ करने का सोचती भी नहीं है | पर आज जब उसने अपनी सहेली को देखा तो उसे लगा की उसने बहुत कुछ खो दिया है और सबसे बड़ी चीज़ जो थी वो था उसका अपना अस्तित्व |



         ये सब सोचते सोचते वो जब अपने घर पहुंच गयी उसे पता ही नहीं चला | शादी के 20 साल बीत गए थे पर कभी भी उसे अपने लिए जीने की बात कभी दिल में नहीं आई पर आज क्यों वो अपने पुराने दिनों को याद कर रही थी | उसे कितना शौक था , स्टेट लेवल पर गा चुकी थी पर शादी के बाद ये शौक ख़तम हो गया कभी उसने गाने का सोचा भी नहीं | हां ये बात अलग है की शुरू में उसने एक दो बार अपने पति से कहा भी पर घर परिवार की जिम्मेदारी को आगे कर दिया पति देव ने | और फिर समय कैसे निकल गया कुछ पता ही नहीं चला | यही सब सोचते सोचते उसने किचन के काम निपटा लिए |

         उसकी तिन्द्र बेटी तनु की आवाज से टूटी | माँ क्या आज मुझे एक गाना गा कर सुनाओगे मुझे रिकॉर्डिंग करनी है |"किस बात की रिकॉर्डिंग ? " आश्चर्य से अपनी बेटी की देखते हुए मधु ने पूछा |तनु बोली - अरे मम्मा ! इंडियन आइडियल का फॉर्म आया है मैंने सोचा आपका टैलेंट दुनिया को भी तो पता चले | फॉर्म  के साथ रिकॉर्डिंग की एक क्लिप भी चाहिए , प्लीज मम्मा ! एक गाना गा कर सुना दो |"अरे नहीं बेटा अब इस उम्र में मैं नहीं जा सकती स्टेज पर | मुझसे ये सब अब नहीं होगा | अब समय बीत गया इन सब कामो का | " - मधु ने  हिचकते हुए कहा | तनु प्यार से बोली - "माँ वैसे भी आप अपने लिए कब समय निकाल पाई हो ,मेरे भैया और पापा के लिए ही करती रही हो और रही बात उम्र की, तो आपका टैलेंट हमेसा उतना ही रहेगा जितना पहले था उम्र के साथ टैलेंट में कमी नहीं होती है और वैसे भी अब आपके पास समय है तो अब ही सही आप अभी भी गए सकते हो और अपनी पहचान बना सकती हो आप दुनिया के लिए एक मिसाल कायम कर सकते हो अब आपको अपने लिए कुछ करना चाहिए माँ ! " इतना कहकर उसने फोन की रिकॉर्डिंग ओपन की और माँ को इशारे से गाने को कहा |

                    

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