फूल का फैसला - A Hindi Poem


फूल का फैसला , hindi poem
फूल का फैसला 

तितली और मधुमक्खी दोनों एक फूल पे आकर बैठती |
दोनों झगड़ने लगी कि फूल पर मेरा अधिकार है |        
  फैसला फूल ने सुनाया |

उसने मधुमक्खी की तरफ फैसला लिया और कहा -
की यह बैठने का फल सार्थक करती है और दुसरो के लिए शहद निकलती है |
इसलिए इसी का अधिकार है |

Post a Comment

0 Comments