गुलाब और मधुमक्खी - a Motivational Thought

गुलाब से मधुमक्खी बोली,  'तुम जानते हो कि एक एक करके तुम्हारे सब पुष्प तोड़ लिए जाते है
फिर भी तुम पुष्प उत्पन्न करना बंद क्यों नहीं करते? '
गुलाब में हँस कर कहा 'मनुष्य क्या करता है ,
यह देखकर संसार को सुन्दर बनाने के कर्तव्य से मैं क्यों गिरु? '
'बहन फूल टूटने का दुःख कम है
दुसरो को प्रसन्नता बाटने का सन्तोष अधिक महत्त्व का है |'

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