आसानी से सिखाये अपने बच्चो को लिखना - ऐसे करे शुरुआत
बच्चे बोलना तो बहुत ही आसानी से सीख सकते है पर शुरुआत में हर बच्चे को लिखने में दिक्कत होती है उसे शब्दों का ज्ञान होते हुए भी लिखने में दिक्कत होती ही है और हम सामान्य नहीं पते की किस तरह उन्हें समझने की ऐसा लिखो,ताकि बच्चे समझ जाये और हमें भी बच्चो को सीखने में ज्यादा परेशानी न हो | बच्चो को अगर हम खेल खेल में कोई बात बताते है तो उसे वो आसानी से याद रख पाते है | इसीलिए मैं आपके सामने लाई हूँ कुछ ऐसा जिससे आप समझ पाएंगे की बच्चो को कैसे लिखा दिखाना है |
यहाँ मैं आपको 5 कदम (स्टेप ) में बताने वाली हूँ जैसे अपनाकर आप अपने बच्चे को जल्दी और आसानी से लिखना सिखा सकते है |
1) सबसे पहले आप अपने बच्चे को शब्दों या अक्षर को पहचानना(Recognize) सिखाये | अब आप कहेगे वो ही तो हम करते है लेकिन हम करते क्या है किताब उठाई और बच्चे को पढ़ना शुरू कर दिया की यह A है, ये B है | जो बच्चो को उबाऊ लगता है और बच्चे उसमे दिलचस्पी प्रकट नहीं करते है | उसके लिए आप एक मोटे पेपर या दफ़्ती पर अपने हांथो से बड़ा बड़ा अक्षर लिख ले और चौकोर काट कर सभी अक्षर बना ले अगर आप म्हणत नहीं करना चाहते है तो बाजार में आज कल बहुत से प्लास्टिक के अक्षर वाले खिलौने आते है उनका इस्तमाल भी कर सकते है |उससे बच्चो को सिखा सकते है |
2) अब अगर आपको लगने लगा है की बच्चा सरे अक्षर पहचानने लगा है तो आप दूसरे स्टेप में बच्चे का टेस्ट ले |अब आप सोचेंगे की बच्चे को सीखा ही है तो टेस्ट लेने की क्या जरुरत | लेकिन कुछ अक्षर ऐसे होते है जो बच्चे को उलझन में डाल देते है जिन्हे mirror word भी कहते है , जैसे कि b और d , m और w में बच्चो को समझने में उलझन (confusion) होती है , इसलिए बच्चो का टेस्ट लेना जरुरी है की वो इन अक्षरों को पहचान पा रहे है की नहीं और अगर बच्चो को अभी भी दिक्कत हो रही है तो इन अक्षरों को एक साथ लिखकर दोनों में अंतर बताये |
टेस्ट लेने के कई तरीके हो सकते है आप ब्लैक बोर्ड टाइप के भी written material आते है जैसे मैग्नेटिक स्लेट भी अति है जिसमे आप कोई चित्र बनाये जैसे त्रिभुज या फिर एक गोला और उस होल में आप कई अक्षर लिखकर उसमे से पूछ सकते है जैसे मैंने एक चित्र में में एक गोला बनाकर अक्षर लिखे है हम पूछ सकते है बेटा कहा है या बी कहा है करके | आप चाहे तो ये प्रक्रिया कॉपी पर भी कर सकते है |
टेस्ट लेने के कई तरीके हो सकते है आप ब्लैक बोर्ड टाइप के भी रिटेन मटेरियल आते है जैसे मैग्नेटिक स्लेट भी अति है जिसमे आप कोई चित्र बनाये जैसे त्रिभुज या फिर एक गोला और उसमें आप कई अक्षर लिखकर उसमे से पूछ सकते है जैसे मैंने एक चित्र में प्रदर्शित किया है जिसमे पूछ सकते है, बेटा A कहा है या A कहा है करके | आप चाहे तो ये प्रक्रिया कॉपी पर भी कर सकते है |
3) जब आपका बच्चा अक्षर या नम्बर पहचानने लगता है तब हम आगे बढ़ते है अगला स्टेप है की बच्चे को किस तरह के पेपर या कॉपी का इस्तमाल करे जिससे बच्चे को लिखने में दिक्कत न हो | ज्यादातर माता - पिता की सोच होती है की बच्चो को लीनिंग वाली कॉपी डिबग ताकि बच्चे का लेख अच्छा आये | लेकिन पहले हमें बच्चे को लिखना दिखाना है उसके लेख की सुंदरता बाद में भी बढ़ा सकते है क्यूंकि बच्चा छोटा होता है उसे ये ही समझ नहीं होता है की क्या लिखना है ऊपर से हम उसे कई बाटे बताने लगते है की लाइन के अंदर लिखो ये करो वो करो जिससे बच्चा irritate होने लगता है और उसे लिखने का मन नहीं करता है उसके लिए आप प्लेन मतलब बिना लाइन वाली कॉपी या पेपर का इस्तमाल करे ताकि बच्चा सिर्फ अक्षर पर ध्यान दे न की कहा लिखना है ये सोचने में अपना समय बर्बाद करे |
4) इतना सब करने के बाद हमें एक बात का और ध्यान देना होगा की बच्चा किससे लिख रहा है हम करते क्या है बच्चे को पेंसिल ड्राइंग देते है लिखे लो बेटा लिखो और बच्चे पेंसिल से लिखते काम है कॉपी में छेद ज्यादा करते है क्यूंकि वो पहली बार पेंसिल या पेन पकड़ रहे होते है उन्हें ज्ञान नहीं होता है की कितना दबाकर लिखना है |और नुकीला होने की वजह से पेंसिल पेज फाड़ देते है इसलिए जब भी बच्चे को लिखना सीखने की शुरुआत करे तो उसे मोटे-मोटे कलर के साथ लिखाये जिससे पेपर भी सही रहेगा और बच्चे को लिखने में दिक्कत भी नहीं होगी |
टेस्ट लेने के कई तरीके हो सकते है आप ब्लैक बोर्ड टाइप के भी written material आते है जैसे मैग्नेटिक स्लेट भी अति है जिसमे आप कोई चित्र बनाये जैसे त्रिभुज या फिर एक गोला और उस होल में आप कई अक्षर लिखकर उसमे से पूछ सकते है जैसे मैंने एक चित्र में में एक गोला बनाकर अक्षर लिखे है हम पूछ सकते है बेटा कहा है या बी कहा है करके | आप चाहे तो ये प्रक्रिया कॉपी पर भी कर सकते है |
3) जब आपका बच्चा अक्षर या नम्बर पहचानने लगता है तब हम आगे बढ़ते है अगला स्टेप है की बच्चे को किस तरह के पेपर या कॉपी का इस्तमाल करे जिससे बच्चे को लिखने में दिक्कत न हो | ज्यादातर माता - पिता की सोच होती है की बच्चो को लीनिंग वाली कॉपी डिबग ताकि बच्चे का लेख अच्छा आये | लेकिन पहले हमें बच्चे को लिखना दिखाना है उसके लेख की सुंदरता बाद में भी बढ़ा सकते है क्यूंकि बच्चा छोटा होता है उसे ये ही समझ नहीं होता है की क्या लिखना है ऊपर से हम उसे कई बाटे बताने लगते है की लाइन के अंदर लिखो ये करो वो करो जिससे बच्चा irritate होने लगता है और उसे लिखने का मन नहीं करता है उसके लिए आप प्लेन मतलब बिना लाइन वाली कॉपी या पेपर का इस्तमाल करे ताकि बच्चा सिर्फ अक्षर पर ध्यान दे न की कहा लिखना है ये सोचने में अपना समय बर्बाद करे |
4) इतना सब करने के बाद हमें एक बात का और ध्यान देना होगा की बच्चा किससे लिख रहा है हम करते क्या है बच्चे को पेंसिल ड्राइंग देते है लिखे लो बेटा लिखो और बच्चे पेंसिल से लिखते काम है कॉपी में छेद ज्यादा करते है क्यूंकि वो पहली बार पेंसिल या पेन पकड़ रहे होते है उन्हें ज्ञान नहीं होता है की कितना दबाकर लिखना है |और नुकीला होने की वजह से पेंसिल पेज फाड़ देते है इसलिए जब भी बच्चे को लिखना सीखने की शुरुआत करे तो उसे मोटे-मोटे कलर के साथ लिखाये जिससे पेपर भी सही रहेगा और बच्चे को लिखने में दिक्कत भी नहीं होगी |
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