वह सभी बाते जिसके बाद आपके मन में दूसरे के लिये सम्मान की भावना जगती है

वह सभी बाते जिसके बाद आपके मन में दूसरे के लिये सम्मान की भावना जगती है 


वह सभी बाते जिसके बाद आपके मन में दूसरे के लिये सम्मान की भावना जगती है 


मेरे अभी तक के जीवन में मैंने कई ऐसा अनुभव किया है, जहाँ मुझे किसी व्यक्ति के प्रति सम्मान महसूस किया हो। ये भाव मे दिन में ही बहुत बार महसूस कर लेती हूँ। जब कोई व्यक्ति सिर्फ “,मैं” के बंधन तक ही सिमट कर अपना जीवन नही जीता, बल्कि जो अपने परिवार ,रिश्तों ,कॉलोनी ,शहर ,देश ,विश्व के हित का भाव रखता है।
हिन्दू धर्म में अपने से बडों के चरण स्पर्श करने को महत्व दिया गया है। अर्थात जब भी हम अपने से बडों से मिले ,उनका अभिवादन कर पैर छुए। मैंने यह सब आज के ज़माने में कहीं नहीं देखा। हां,शहरों में ना सही शायद गांवों में यह आज भी होता होगा। 
  • जब कोई लड़की अपनी स्वतंत्रता का उपयोग एक सही उद्देश्य के लिए करती है और अन्य महिलाओं के लिए उदाहरण बनती है।
  • जब कोई व्यक्ति पिता बनने के बाद पुत्र धर्म को उतनी ही ईमानदारी से निभाये जितना कि पिता की।
  • जब सफल व्यक्ति को सादा और सरल जीवन जीते देखती हूँ।
  • जब कोई किसी को दर्द में देखकर उसकी मदद करने की कोशिश करता है।
  • जब कोई अपने जीवन को सिर्फ अपनी स्वार्थ सिद्धि और भौतिक सुखों के लिये नही जीता ।
  • जब कोई अपनी सफलता का श्रेय खुदको न देकर अपनो को देता है।
  • जब कोई अपने लिए नही बल्कि दूसरो के लिए खड़ा होता है।
  • जब कोई मदद करने को अहसान नही ,घमंड नही बल्कि कर्तव्य समझता है।
  • जब कोई विदेश में जाकर देश को घर के समान प्रेम और सम्मान देता है।
  • जब किसी के दिल मे इंसानियत को जीवित देखती हूँ।
  • जो विनम्र हो
  • जो यहां के उन बड़ों जैसा हो जो अपने से छोटे, कम ज्ञानी, कम ओहदे वालों को नीचा न दिखाए। उनका मार्गदर्शन करे, दादागिरी नहीं।
  • रेस्त्रांं के वेटर , दरवान को “ ए छोटू” ना माने और ना संबोधन करे।
  • जो “ लड़का है - पैसे मैंं क्योंं दूँ” यह सोचना अन्याय समझे।
  • जो बच्चों का पालन पोषण सिर्फ एक ही अभिभावक का काम न समझे।
  • जो यह समझे कि कल अपने घर का बच्चा भी समलैंगिक हो सकता है और यह कोई रोग नहीं। यह सामान्य है।
  • जो अपनी धार्मिक आस्था या अविश्वास किसी और पर ना थोपे
  • अपने सपने अपने बच्चोंं पर ना थोपे।
  • माँ बाप से वफा करे, सिर्फ प्यार नहीं
  • जिस प्रेम को मुकाम तक पहुंचने की आशा बिल्कुल ही ना दिखे, उस भावना को आकर्षण के कदम पर ही रोक लेना
  • जो वास्तव में मर्दों की तरफ हो रहे अन्याय को समझे और मर्दों पर अयुक्तिपूर्ण दबाव न डाले क्योंकि वो मर्द है। जो मर्दों के अधिकारों के लिए किसी नारीवादी आंदोलन के होने की बहती गंगा में हाथ न धोये।
  • जो नारीवाद की आवश्यकता को अपने घर की कामवाली दीदी7 से लेकर हिलेरी क्लिंटन तक समझे। जिसका नारी समर्थन अपने आसपास की सबसे गरीब महिला तक जाए ।
  • जो राजनीतिक विचारधारा को आपसी रिश्तों से अलग रखे।
  • जो विपरीत विचारधारा वाले की भी अच्छी बातों को देखे। हो सकता है किसी का कुछ आपको बुरा लगे पर जो उसका गुण है- वह है।
  • जो लोगों को ऐसी बातों पर जज ना करे जो लोगों के हाथ में नहीं जैसे रूप, जाति, बुद्धि ।
  • महेंद्र सिंह धोनी की तरह अपार मानसिक शक्ति वाले जिसका मुझमें बहुत अभाव है।
  • लोगों को झट से अपना बना लेने वाली कला

  • बड़ी महत्वाकांक्षी सूची है और मैं हर रोज इसे अपने जीवन में उतारने की कोशिश करती हूं। गिरती हूं फिर कोशिश करती हूं।

Post a Comment

0 Comments