How to motivate and comfort a child before her exams?|| बच्चे को उसकी परीक्षा से पहले कैसे प्रेरित करें?

How to motivate and comfort a child before her exams?|| बच्चे को उसकी परीक्षा से पहले कैसे प्रेरित करें?


अपने बच्चे को इम्तिहान के लिए तैयार करना एक बहुत ही मुस्किल कार्य है |बच्चों का मनोबल बढ़ाने के लिए हम कई प्रयास करते है |कभी बातों के जरिए या कभी उनके द्वारा की गयी मेहनत की तारीफ करके हम उन्हें  उत्साहित और प्रेरित करने का प्रयास करते है |तो आज हम इसी बारे मे बात करने जा रहे है |

आइए जानते है कुछ ऐसे तरीके जिसके द्वारा हम बच्चों को उनके इम्तिहान के लिए तैयार कर सकते है-

1) प्रेरणादायक बात करना 

2) प्रेरित भाव (motivational quatetion)

3) महापुरुषों के वचन 

4) कार्य की सराहना करना 

5) स्वयं के मेहनत के किस्से बताना 


1) प्रेरणादायक बात करना -

अपने बच्चे को प्रेरित करने के लिये प्रेरणादायक बाते बच्चों से करनी चाहिए | उन्हें ऐसी छोटी- छोटी कहानियां सुनाए जिसमें लोगों ने कैसे परिश्रम करके सफलता प्राप्त की हो |उन्हें बताये की अगर वो भी मेहनत करेगे तो जरूर सफल होंगे |और अच्छे अंकों से इम्तिहान पास करेगे |

2) प्रेरित भाव (motivational quatetion)-

प्रेरित भाव को प्रदर्शित करे उनके कमरों की दीवारो पर प्रेरित लाइन लिखे ताकि बच्चे जब भी उदास हो उन्हें पढ़कर दोबारा जोश से भर जाए और मेहनत करना शुरू कर दे ताकि इम्तिहान की तैयारी अच्छे से कर सके |

कुछ प्रेरित भाव (motivational quatetions)-


1)  “कड़ी मेहनत आपको वहां पहुंचा देती है जहां

अच्छी किस्मत शायद ही आपको पहुंचा पाये |“

2)” केवल ज्ञान ही ऐसा अक्षर तत्व है जो कहीं भी, किसी अवस्था और किसी काल में भी मनुष्य का साथ नहीं छोड़ता l “

3)“समय और शिक्षा का सही उपयोग ही व्यक्ति को सफल बना देता है l “

3) महापुरुषों के वचन -

महापुरुषों द्वारा कही गयी बाते अपने बच्चों को समय-समय पर बताते रहें | उन्हें समझाये कि जो लोग महान होते है वो किस प्रकार के ज्ञान को रखते है | महापुरुषों द्वारा किए गए संघर्ष से भी अपने बच्चों को अवश्य अवगत कराये |कभी-कभी मेहनत करने के बावजूद असफलता मिलती है, ऐसे समय पर आप बच्चों का साथ दे और उन्हें महापुरुषों को मिली असफ़लता के बारे मे बताकर प्रेरित करने का प्रयास करे |

4) कार्य की सराहना करना - 

बच्चे बहुत ही भोले और मासूम होते है,  जब कभी बच्चे मेहनत करे तो उन्हें प्रेरित करने के लिए उनके द्वारा किए गए कार्य की सराहना करे | ऐसा करने से वो दोगुने जोश के साथ मेहनत करने में लग जायेगे |नाकामी का सामना करना सिखाये तथा बच्चों को बार बार प्रयास करने के लिए प्रेरित करे |

5) स्वयं के मेहनत के किस्से बताना - 

जब कभी बच्चों के साथ बैठे तो उन्हें स्वयं द्वारा किए गये संघर्ष के बारे मे बताए ताकि वो आपसे खुद की तुलना करें  और उनकी मेहनत में आयी कमी को दूर करे |


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