जब कभी तन्हा बैठता हूँ,
तो याद आता है वो पल |
दोस्तों का साथ यारो का याराना ,
पल जिन्हे कह सकते है एक ख़ूबसूरत लम्हा |
पर यादो की दुनिया का एक सुन्दर सा शहर है,
रोज की इस व्यस्त ज़िन्दगी में |
खुश भी होता हूँ और दुखी भी ,
माँ बाप से बात करके भी खुश होता हूँ |
बच्चो की किलकारी से भी खुश होता हूँ ,
पर यारो की यादें दिल में छुपी रहती है |
जब भी मिलते है अपने पुराने दोस्तों से,
तो यादो के लम्हे फिर बारिश होती है |
और हमेशा गुनगुनाते है ये गीत ,
जब यारो का हो साथ तो बात बन जाये |
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