Kuch Khas Apke Liye -A Hindi Poem


1- Mobile 

इसने दूरियाँ बढ़ा भी दिया है और घटा भी दी है |
ऊँगली के एक इशारे से पुरे दुनियाँ दिखा देता है |
जब हम होते है एक ही घर में
खोये रहते है मोबाइल के साथ में,
बैठे होते है जब कोसो दूर,
तब इसी से मिलता है अपनों का साथ,
Kuch Khas Apke Liye -A Hindi Poem
Kuch Khas Apke Liye -A Hindi Poem

सुबह उठते ही पहले तो माला पर हाँथ चलता था |
आज उठते ही मोबाइल पर उंगली चलती है |
एक जमाना वो भी था जब सज धज कर,
बड़ी दूर जाते थे फोटो खिचवाने |
अब तो बस एक ही पल में,
खुद ही सेल्फी ले लेते है |

2- Hindi Bhasha 

हिंदी हमारी भाषा महान,
 इसका करो तुम सम्मान,
यह देती हमें वो ज्ञान,
जिससे बनता हमारा मान |
दीपक बन राह दिखती,
अज्ञानता को दूर भागती,
सरस्वती माँ का इसमें आशीर्वाद,
कभी न छोड़ो इसका साथ |

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