बनाने वाले ने कमीज़ बनाते समय ऊपर वाली जेब की किस जगह लगाया है , कबीले तारीफ़ है | हमारी जेब के ठीक नीचे हमारा दिल है | जेब और दिल में एक चीज़ भारी होती है , तो दूसरी खाली | जिसकी जेब खाली होती है उसका दिल भरा होता है | गरीब की जेब खाली , पर दिल भरा होता है | अर्थात वह सबके लिए कुछ न कुछ करना चाहता है | धनिक की जेब भारी होती है पर अक्सर दिल खाली होता है | अर्थात सामर्थ्य होने के बावजूद वह किसी और के लिए कुछ नहीं करता | इसलिए अमीर की जेब भरी होती पर दिल खाली होता है |हमें जीवन में यह प्रयास करना है कि जब हमारी जेब भरी हो , तब हमारा दिल भी भरा हो -
जहाँ में घूमते हैं आदमी के अनगिनत साये ,
कोई खुशियों में भी रोता,कोई ग़म में मुस्कुराए |
रहे दुनिया की ख़ातिर आँख में मेरी सदा आँसू ,
मेरे कारण किसी की आंख में आँसू नहीं आये |
एक जिन्दा और मुर्दा व्यक्ति में बाद यही डार्क है की जिन्दा व्यक्ति लहरों को चीरकर किनारे तक पहुंचे है , और मुर्दा व्यक्ति को लहरे किनारे तक लाती है | इसलिए कर्मशील लोग अपना भाग्य बदलता है , और कर्महीन लोग भाग्य के भरोसे चलते है |
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