बस एक दिन में एक सेब डॉक्टर को आपसे दूर रखता है "एक पुरानी मगर मशहूर कहावत है जो हम में से अधिकांश लोग जानते हैं, लेकिन क्या ये फल इतना खास है? सेब खाने से स्वास्थ्य संबंधी क्या लाभ हैं?
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किन बीमारियों में सेब खाना फायदेमंद है | सेब के लाभकारी गुण | Apple Benefits |
एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी एंड मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित 2006 के एक अध्ययन में पाया गया कि क्वेरसेटिन (सेब में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला एक एंटीऑक्सिडेंट) दो यौगिकों में से एक था जो सेलुलर मौत को कम करने में मदद करता था जो कि न्यूरॉन्स के ऑक्सीकरण और सूजन के कारण होता है।
इसी सम्मेलन में प्रस्तुत एक अन्य अध्ययन और अल्जाइमर रोग के जर्नल में प्रकाशित किया गया था कि सेब के रस का सेवन आवश्यक न्यूरोट्रांसमीटर एसिटाइलकोलाइन के मस्तिष्क में उत्पादन को बढ़ा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप चूहों में अल्जाइमर जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
सेब फायदे हृदय रोग में
सेब हृदय रोगियों के लिए विशेष लाभदायक है। इसका कारण यही है। कि इस में सोडियम की मात्रा कम होती है। परंतु पोटेशियम और फास्फोरस की मात्रा अधिक होती है। भोजन विशेषज्ञों का कहना है। कि जो व्यक्ति आहार के द्वारा पोटेशियम की अधिक से अधिक मात्रा ग्रहण करते हैं। वह हार्टफेल्ट होने से बचे रहते हैं। पोटेशियम की अधिक मात्रा होने के कारण व्यक्ति हृदय रोगों से बचा रहता है।
सेब फायदे दांत और मसूड़े में
सेब का निरंतर प्रयोग करते रहने से दांत और मसूड़ों के रोगों से बचा जा सकता है। इसका कारण यह है कि इससे में मुख-सिद्धि के गुण विद्यमान रहते हैं कुछ दंत विशेषज्ञ उपाय यहां तक कहना है कि किसी अन्य फल के मुख से दूर रखने के इतने गुण नहीं होते हैं जितने सेब में। दांत और मसूड़े के रोगी को भोजन के बाद से खूब अच्छी तरह से बात कर खाना चाहिए सेब चबाने से मुंह में पैदा हुई लार भोजन को पचाने में जहां सहायक होती हैसेब में विद्यमान छाल दांतों और मसूड़ों में विद्यमान कीटाणुओं को नष्ट करते हैं।
उच्च रक्तचाप में सेब फायदे
उच्च रक्तचाप वाले रोगियों को प्रतिदिन कम से कम दो सेब खाने चाहिए उच्च रक्तचाप वाले से इसलिए लाभ पहुंचाता है। क्योंकि इसमें मूत्र गुण होते हैं। इसको खाने से मूत्र खुलकर आने लगता है। और उच्च रक्तचाप कम होता है पेशाब खुलकर आने लगता है। खुलकर आने से गुर्दों को भी आराम मिलता है। जिन लोगों के मूत्राशय में पथरी बनती है। उन्हें सेब का रस पीने से बार-बार पथरी बनना बंद हो जाता है। मूत्र की अधिकता के कारण मूत्र खुलकर धीरे-धीरे निकलनी प्रारंभ हो जाती है। इस प्रकार गुर्दो को राहत अनुभव होती है ।उच्च रक्तचाप पथरी और मूत्राशय संबंधी रोगों वाले व्यक्ति यदि खाद के रूप में केवल सेब का प्रयोग करें तो पथरी निकालने के लिए ऑपरेशन की आवश्यकता नहीं होती।
गठिया में सेब फायदे
विशेष रूप से यूरिक एसिड के विष के कारण जिन लोगों के घुटनों में दर्द रहने लगता है अथवा गठिया जैसी कोई शिकायत रहती है उनके लिए सेब का उपयोग बहुत जल्दी लाभ पहुंचाता है।
गठिया के रोगियों के जननांगों में सूजन और दर्द और वह उन्हें चाहिए कि वह सेव को उबालकर दर्द व सूजन वाले स्थान पर उसे लगाएं अथवा उसकी भली प्रकार मालिश करें।
भूख की कमी में सेब फायदे
जिन व्यक्तियों को भूख कम लगती है और भोजन में रुचि नहीं रहती उन्हें चाहिए कि वह सेब का रस स्वाद के अनुसार मिसरी अथवा काला नमक मिलाकर पीना प्रारंभ करें भूख ना लगने की स्थिति में खट्टी सेव का रस अधिक उपयोगी माना जाता है खट्टे सेब का प्रयोगशाला के रूप में भी किया जा सकता है इसमें टमाटर खीरा प्याज अदरक आदि मिलाकर खा सकते हैं।
अनिद्रा दूर भगाने में सेब फायदे
जिन लोगों को निद्रा कब आती है तथा बार-बार रात को आंख खुल जाती है उन्हें दिन में एक-दो बार सेब खाना चाहिए और रात्रि को सोने से पूर्व सेब का मुरब्बा दूध के साथ खाने से लाभ होगा। रात के समय सेब खाकर सोने से भी नींद आने लगते हैं और अनिद्रा रोग दूर हो जाता है।
सेब के रस में अनार का रस मिलाकर पीने से भी नींद आने लगेगी और बार-बार आंख नहीं खुलेगी।
गैस और अपच
सेब के गूदे अथवा सेब के रस की विशेषता यह है कि पेट की आंतों अथवा पाचक अंगों पर एक पतली सी परत बन कर या उनके लिए ढाल का काम देता है। इस प्रकार पेट के रोग संक्रमण और भोजन के बचे हुए अंश के कारण सड़ने के से बचे रहते हैं इस प्रकार पेट में गैस बनना बंद हो जाता है। मलाशय मे भी वीजाण उत्पन्न् नही होते।
* गैस के रोगियों को सेब खाकर अथवा सेब का रस पीने के बाद गर्म पानी पीना चाहिए इसके उपयोग सेबने हुए जख्म और सूजन दूर हो जाती है।
* पेट के अल्सर वालों रोगियों के लिए सेब का उपयोग बहुत लाभदायक है उन्हें चाहिए कि वह सेव को हल्का सा उबालकर उसका गुदा नरम करके अच्छी तरह चबाकर खाएं।
* सामान्य रूप से सेव भोजन के बाद मिष्ठान के रूप में प्रयोग किया जाता है सेब को पपीता चीकू आदि अन्य फल के साथ नींबू का रस और नमक डालकर सलाद के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है सेब का मुरब्बा जेली अथवा अन्य रूपों में भी सारे संसार में प्रयोग होता है।
* सेब का सिरका गठिया वाले रोगियों के लिए विशेष उपयोगी है गठिया के रोगियों को प्रातकाल सबसे पहले गर्म पानी में सेब का सिरका और शहद मिलाकर पीने से तुरंत लाभ होता है।
* सेब को किसी भी रूप में खाया जाए उसका दोहरा फायदा होता है। शरीर के विशेष कष्ट दूर होने के साथ-साथ शरीर मस्तिक से हृदय और पाचक अंगों को भी बल मिलता है। इस दृष्टि से से मनुष्य के लिए अमृतफल के समान है।
सेब के शक्तिवर्धक गुण
दुर्बल और कमजोर शरीर के लिए से बहुत अच्छा शक्तिवर्धक फल है इसकी विशेषता यह है कि यह शरीर के विभिन्न अंगों की दुर्बलता ओं को नष्ट करके शरीर को शक्तिशाली बनाने में सहायक सिद्ध होता है। अन्य फलों अथवा सब्जियों की अपेक्षा इस में फास्फोरस और लौह तत्व की अधिकता के कारण शरीर और मस्तिष्क को शक्ति प्राप्त होती है। क्योंकि इससे कब्ज दूर होता है। इसलिए शरीर के आधे से अधिक बीमारियां स्वतः समाप्त हो जाती है।
सेब को दूध के साथ लिया जाए तो स्वास्थ्य एवं शक्ति बढ़ती है। और त्वचा पर एक विशेष प्रकार की चमक पैदा हो जाती है। जो व्यक्ति अपने काम अथवा किसी रोग के कारण तनाव की स्थिति में रहते हैं, यदि वे सेब का प्रयोग करें तो उन्हें भी लाभ होगा।
जिन लोगों को अपने कार्य से विशेष उत्साह की वृद्धि नहीं होती, उन्हें सेब के प्रयोग से लाभ होता है। उनके उदासी दूर होती है। और वह प्रसन्न रहने लगते हैं। उन्हें अपने काम धंधे में रुचि पैदा हो जाती है।
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