द्रव्यमान -
द्रव्यमान एक पिंड में पदार्थ की मात्रा का माप है। द्रव्यमान को m या M के उपयोग से प्रदर्शित किया जाता है |
भार -
भार गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण के कारण द्रव्यमान पर बल लगाने की मात्रा का माप है। वजन आमतौर पर w द्वारा दर्शाया जाता है। वजन गुरुत्वाकर्षण (g) के त्वरण से गुणा होता है |
W=m × g
द्रव्यमान और भार में अंतर -
1) किसी वस्तु का द्रव्यमान सभी जगह समान होता है , परन्तु वजन गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव पर निर्भर करता है | उच्च या निम्न गुरुत्वाकर्षण के साथ वजन बढ़ता या घटता है|
2) द्रव्यमान कभी शून्य नहीं हो सकता परन्तु यदि अंतरिक्ष में कोई वस्तु है तो वजन शून्य हो सकता है | अर्थात शून्य गुरुत्वाकर्षण पर वस्तु का वजन शून्य रहता है |
3) स्थान के अनुसार द्रव्यमान नहीं बदलता है , परन्तु वजन स्थान के अनुसार बदलता रहता है |
4) एक सामान्य संतुलन (ordinary balance ) का उपयोग करके द्रव्यमान को मापा जा सकता है, परन्तु स्प्रिंग संतुलन ( spring balance) का उपयोग करके वजन मापा जाता है |
5) द्रव्यमान आमतौर पर ग्राम और किलोग्राम में मापा जाता है, तथा वजन अक्सर न्यूटन में मापा जाता है |
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