अपने भाई को अपने छात्रावास के जीवन का वर्णन करते हुए पत्र लिखना ||Writing a letter to your brother for describing his hostel life

अपने भाई को अपने छात्रावास के जीवन का वर्णन करते हुए पत्र लिखना ||Writing a letter to your brother for describing his hostel life




अंतरंग छात्रावास

CPM स्कूल

गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश 

 25 मई 2019


 प्यारे भाई राजीव,

       मुझे तीन दिन पहले आपका पत्र मिला था, लेकिन हमारे वार्षिक समारोह  व्यस्तता के कारण, मुझे आपको जवाब देने का समय नहीं मिला | आज ही समारोह का समापन हुआ है,  समारोह की तैयारी में मैंने महत्तवपूर्ण योगदान दिया |सारे अध्यापक ने मेरी प्रशंसा की | 


 मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर रहा और साथ ही हमारी टीम वार्षिक समारोह कार्यक्रमों के दौरान आयोजित लोक नृत्य प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रही |

            ज मैं छात्रावास में रह रही हूं इसका मुझे लाभ भी मिलता हैं , मैं पाठ्यक्रम की पढ़ाई के अलावा अपने सामान्य ज्ञान और सामान्य जागरूकता में सुधार के लिए रोजाना दो घंटे अधिक समय दे रही हूं |

            हमारा बहुत अच्छा हॉस्टल है।  अधिकांश छात्र अच्छी तरह से अनुशासित और ईमानदार हैं।  हमारे हॉस्टल वार्डन, श्रीमती कविता वर्मा, बहुत सख्त महिला हैं।  वह हर छात्रा पर कड़ी निगरानी रखती है | सभी छात्रों को प्रतिदिन सुबह और शाम की कक्षाओं में जाना आवश्यक होता है और दोनों समय, उपस्थिति को चिह्नित किया जाता है | जिससे कोई भी छात्रा अनावश्यक तौर पर छात्रावास में नहीं रुक सकती हैं |

             छात्रावास  का भोजन बहुत ही स्वादिष्ट होता है | यहाँ पास के गावों से ताजी सब्जियां आती है | यहाँ हमे तवा चपातियों और मीठे पकवान के साथ दो सब्जियां, दही और सलाद मिलता हैं | सुबह 7:30 बजे नाश्ता दिया जाता है और उसके बाद दोपहर 1 बजे खाना दिया जाता हूं और रात का खाना 7 बजे से रात 9 बजे तक रात का खाना दिया जाता है|

            शाम को, हम शाम 4 बजे से 7 बजे तक छात्रावास के खेल के मैदान में बैडमिंटन, हॉकी और क्रिकेट जैसे खेल खेलते हैं|

      यहाँ मैं कुशलता पूर्वक हूं और आशा करती हूं कि आप भी कुशल से होंगे |पढाई कैसी चल रही है?  किसी भी मदद या काम के लिए मुझे पत्र अवश्य लिखें | मम्मी से मेरा प्रणाम कहना और दिव्या को मेरा प्यार देना |

 आपकी प्यारी बहन,

 कविता पांडे 

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